छत्तीसगढ़ राजिम के मूल निवासी श्री दीपक कुमार शर्मा, को हाल ही में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवम राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार में अपर महानिदेशक के पद पर पदस्थ किया गया है | इस पद तक पहुँचने वाले श्री दीपक शर्मा छत्तीसगढ़ के प्रथम अधिकारी हैं।
मूलतः पितईबंद, राजिम, जिला गरियाबंद के निवासी श्री दीपक शर्मा स्वर्गीय रामानुज शर्मा एवं श्रीमती मनोरमा शर्मा के पुत्र हैं। श्री शर्मा ने अपनी स्कूली शिक्षा नवापारा राजिम तथा सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक तथा स्नातकोत्तर की पढाई शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय रायपुर (वर्तमान में एन आइ टी रायपुर) से पूरी की हैं।
सन 1992 में श्री दीपक कुमार शर्मा का चयन भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (आई ई एस) मे हुआ जिसके बाद से उनकी पदस्थापना दिल्ली, दुर्ग, गांधीनगर, जयपुर, भोपाल तथा देहरादून में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवम राजमार्ग मंत्रालय तथा एन एच ए आई के महत्वपूर्ण पदों पर रही है।
छत्तीसगढ में एन एच ए आई के परियोजना निदेशक पद पर रहते हुए दुर्ग के प्रथम बायपास का निर्माण सन 2000 मे उनके मार्गदर्शन में नियत समय से पूर्व पूरा हुआ था।
श्री दीपक शर्मा ने भारत सरकार के गुजरात राज्य के क्षेत्रीय अधिकारी के पद पर कार्य करते हुए गुजरात में दांडी हेरिटेज राजमार्ग व सोमनाथ - द्वारिका सड़क निर्माण, सरखेज - गांधीनगर के चार तथा छः लेन सहित अनेक फ्लाई ओवर के कार्य को सुगमता पूर्वक संपन्न कराया। श्री शर्मा के राजस्थान राज्य के क्षेत्रीय अधिकारी की पदस्थापना के दौरान उनके निर्देशन में हुए कोटा- दरा चार लेन, दो लेन - बीकानेर -सूरतगढ- श्रीगंगानगर, प्रतापगढ- बांसवाडा ( विश्व बैंक लोन) की महत्वपूर्ण परियोजनाओं का कार्यान्वयन हुआ | केन्द्रीय सड़क परिवहन एवम राजमार्ग मंत्रालय दिल्ली में एन एच ए आई के उत्तर- दक्षिण गलियारा के आगरा-ग्वालियर -ललितपुर-झांसी-सागर लखनादोन-नागपुर के चार लेन सड़क तथा नागालैंड, मणिपुर , मिजोरम की सड़कों की योजना बनाने एवं कार्यान्वयन में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा |
श्री दीपक शर्मा ने मध्य प्रदेश राज्य के मुख्य अभियंता सह क्षेत्रीय अधिकारी के पद पर राज्य की अनेक सड़क परियोजनाओं के योजना और क्रियान्वयन में महती भूमिका निभाई जिससे प्रदेश में सड़क यातायात की सुगमता बेहतर हुई| उनके कार्यकाल में प्रमुख रूप से भोपाल - जबलपुर चार लेन सडक , मनगवा- चाकघाट तथा सतना-बेला चार लेन सड़क, दो लेन खजुराहो-बमीठा-सतना की सड़क परियोजनाओं का कार्य शामिल हैं। श्री शर्मा के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश राज्य में नवाचार के अंतर्गत अनेक शहरों तथा कसबों के अन्दर की सडकों में पतली व्हाइट टापिंग कार्य भी कराया गया |
श्री दीपक शर्मा के उत्तराखंड राज्य के मुख्य अभियंता सह क्षेत्रीय अधिकारी के कार्यकाल में प्रतिष्ठित चारधाम सडक परियोजना जिसकी स्वीकृत लम्बाई 825 किमी है मे से 621 किमी का निर्माण पूरा हुआ | उन्होंने अपनी विशेष पहल से पहाड़ी सड़कों में 250 से अधिक भूस्खलन स्थलों पर आधुनिकतम तकनीक पर आधारित उपचार कार्यो को प्रारंभ कराया है | श्री शर्मा ने पहाड़ी क्षेत्रों हेतु माननीय सर्वोच्च न्यायालय की गठित कमेटियों से प्रोजेक्ट्स को क्लीयरेंस जून 2024 में दिलाने में योगदान दिया । श्री दीपक शर्मा ने माउंट कैलाश दर्शन हेतु टनकपुर- लिपुलेख राजमार्ग सड़क के निर्माण एवम चीन की सीमा तक बद्रीनाथ- माणा पास एवम जोशीमठ- मलारी राजमार्ग के निर्माण हेतु उल्लेक्नीय योगदान दिया। श्री शर्मा की उत्तराखंड पदस्थापना के दौरान हुए सिलक्यारा टनल आपदा के वक्त 41 मजदूरों के निकालने हेतू केन्द्र सरकार के गठित टास्क फोर्स में सदस्य रहते हुए सक्रिय योगदान दिया तथा पिछले वर्ष मॉनसून 2024 की अवधि में सोनप्रयाग-गौरीकुंड-केदारनाथ ट्रैक में बादल फटने के बाद सड़कों के बाधित आवागमन को शीघ्रतापूर्वक अनुकूल तथा सुरक्षित बनाने में योगदान दिया।
श्री दीपक कुमार शर्मा ने विभिन्न सड़क परियोजनाओं के अध्ययन हेतु जापान सहित अनेक देशों की यात्रा और अध्य्यन किया हैं। उन्होंने म्यानामर में भारत के सहयोग से बन रही सड़कों के निरिक्षण हेतु भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भी किया है |
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